पांच घंटे से कम सोने से हृदय रोग का दोगुना खतरा (शोध)


रात में पांच घंटे से कम सोने वाले अधेड़ उम्र के लोग सचेत हो जाएं। एक अध्ययन का दावा है कि कम सोने से ऐसे पुरूषों में हृदय रोग का खतरा दोगुना हो सकता है। अपर्याप्त नींद की वजह से उन्हें आने वाले समय में हार्ट अटैक या स्ट्रोक तक का सामना करना पड़ सकता है।


शोधकर्ताओं के अनुसार, इस अध्ययन में अधेड़ उम्र के लोगों में कम नींद और हृदय रोग के बीच जुड़ाव पर गौर किया गया। पूर्व के अध्ययनों में हालांकि इन स्थितियों के बीच संबंध के विरोधाभासी साक्ष्य मिले थे।


स्वीडन की गोटेनबर्ग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता मोआ बेंग्टसन ने कहा, व्यस्त रहने वाले लोग नींद को समय की बर्बादी मान सकते हैं, लेकिन हमारे अध्ययन से यह जाहिर होता है कि कम सोने से, आने वाले समय में हृदय रोग का सामना करना पड़ सकता है।


यह निष्कर्ष 1,463 लोगों पर 21 साल तक किए गये अध्ययन के आधार पर निकाला गया है। सात से आठ घंटे सोने वाले लोगों की तुलना में पांच घंटे से कम सोने वालों में उच्च रक्तचाप, डायबिटीज और मोटापे की समस्या पाई गई।