खुद में इतना भी क्या उलझे रहना??


फोन में इतने लोगों के नंबर है कि नया नंबर जोड़ने की गुंजाइश ही नहीं। हर समय लोगों से घिरे भी रहते हैं। लेकिन ऐसा क्यों है कि जानने वाले तो बहुत है, पर दो-चार भी ऐसे नहीं, जिनके सामने खुलकर हंसा-रोया जा सके। कहीं खुद में इतने तो व्यस्त नहीं कि सबसे नाता ही टूट गया..... सामाजिक जिंदगी दूर हो गयी... आप आगे निकल गए और अपने सब पीछे रह गए-सम्पादक
1. संबंधो की ले जिम्मेदारी-
 क्या अपनों के साथ होने वाली सुख-दुख की बातें आपको सबसे देर में पता चलती है? आप से ही बस कहते रहते हैं, मुझे कोई बताता ही नहीं, कोई कहेगा तभी तो पता चलेगा, मैं ही कौन सा खाली बैठा हूँ आदि।
 क्या करें: प्रसिद्ध लेखक जाॅसेफ एफ. न्यूटन ने कहा है, लोग इसलिए अकेले होते हैं, क्योंकि वे मित्रता का पुल बनाने के बजाए दुश्मनी की दीवारें खड़ी करते हैं। अहंकार इसकी बड़ी वजह है? एक बार खुद को संबंधो के लिए जिम्मेदार ठहराएं। दूसरों को दोष देना आसान है, पर जब खुद पर गौर करेंगे तो दूसरों से अपने रिश्ते बनाना आसान हो जाएगा।
2. दूसरों को सुनें-
 कुछ छोटी-छोटी बातें ही लोगों को आपसे दूर कर देती हैं। जैसे, कोई पास खड़ा है, पर आप अपने कम्प्यूटर या फोन में ही मस्त हैं। कोई दुखी है, आप अपनी गाए जा रहे हैं। जरूरत थी खेद जताने की, पर आपने विषय ही बदल दिया।
 क्या करें: कोशिश करें कि जब कोई कुछ कह रहा है तो कुछ देर के लिए अपने काम से ध्यान हटाकर उन्हें 
सुनें। यह एहसास कराएं की आप उनको सुन रहे हैं। किसी को दोस्त की जरूरत है तो उसे सुनें। किसी को सलाह चाहिए तो अपनी राय दें। ध्यान रखें, हर व्यक्ति के पास आपसे शेयर करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण हो सकता है।
3. संख्या नहीं गुणवत्ता पर ध्यान दें-
 दोस्तों की सूची भले ही बहुत लंबी हो, पर क्या कुछ ऐसे दोस्त या रिश्तेदार हैं, जिनसे जरूरत पर बात कर सकें, जिनके साथ उदास होने पर कुछ देर खाली बैठ या टहल सकें?
 क्या करें: अधिक लोगों से पहचान होना ही अच्छी सामाजिक जिंदगी की निशानी नहीं है। कुछ ऐसे दोस्त जरूर होने चाहिए, जो दिल के करीब हांे। उनके सुख-दुख में खुद को शामिल करें। यदि वे दूर हैं, तो तकनीक भी है। फोन, इंटरनेट की मदद से नियमित उनसे बातें करें।
4. आपमें है दम-
 लोगों से नहीं मिलने की वजह कहीं ये तो नहीं कि आप खुद को हीन मानते हैं। सोचते है कि मेरे वहां जाने से आखिर होगा क्या? मेरी उपयोगिता ही क्या है? या फिर डरते है कि किसी ने आपका मजाक उड़ाया या उपेक्षा की तो क्या करेंगे?
 क्या करें: अपनी सामाजिक जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए जरूरी है कि आप खुद को महत्व दें। इस बात पर विश्वास करें कि आपके पास भी इस दुनिया के साथ शेयर करने के लिए कई महत्वपूर्ण चीजें हैं। आप क्या हैं, यह आपको समझना है, किसी को साबित नहीं करना है। ध्यान रखें कि दूसरों को बुरा लगे ऐसा कुछ न कहें। उनकी तारीफ करें।