घर में खुशहाली के लिए वास्तु नियमों की अनदेखी न करें !!


- अपने कमरों में समुद्री नमक रखें ताकि नकारात्मक ऊर्जाएं वहां न रह सकें।


-अपने घर को हमेशा रोशनी से भरा रखें।


-घर में इधर-उधर बेकार का सामान अगर बिखरा रहेगा, तो उससे उलझन को निमंत्रण मिल जाएगा। इसलिए बेकार, टूटी हुई और मृत चीजों को बाहर फेंक दें।


-घर में ऐसी घड़ी न रखें जो चलती न हो, बन्द हो गयी हो। इससे जीवन में ठहराव आ जाता है।


-आपके जीवन में जिन चीजों की कमी है (पैसा, शांति, खुशी) उसे दूसरों में बांटना सीखें, आपको वापस 70 गुना मिल जाएगा।


-घर में नकारात्मक शब्दों का प्रयोग न करें। हमेशा सकारात्मक शब्द ही बोलें।


-दक्षिण दीवार पर घड़ी या एयरकंडीशनर लगाना अशुभ होता है।


-बैडरूम में ठंडक देने वाले रंगों का प्रयोग करें जैसे पिंक । गहरे व चमकदार शेडों से बचें।


-शांति व समृद्धि के लिए पति-पत्नी को कमरे के दक्षिण में रहना चाहिए।


-संबंध को स्थिर व मजबूत बनाने के लिए पति-पत्नी अपनी अच्छी तस्वीर कमरे की दक्षिण-पश्चिम दीवार पर लगायें।


-पानी से जुड़ी तस्वीरें जैसे झरना, फव्वारा आदि बैडरूम में न लगायें। बैडरूम में जंगली जानवरों, देवताओं, उदासी, हिंसा आदि की तस्वीरें भी न लगायें।


-किचन में गैस स्टोव पूर्वी दीवार के सहारे लगायें।


-पानी से जुड़ी चीजें रसोई में उत्तर की तरफ लगनी चाहिए।


-गैस और पानी अलग-अलग रखने से अग्नि व जल तत्वों के टकराव से बचा जा सकता है।


-खाना खाते या काम करते समय आपका चेहरा उत्तर की ओर होना चाहिए।


-सोते समय सिर को दक्षिण दिशा की ओर रखें।


-शांत रहने के लिए अपने करीब एमिथिस्ट क्वार्ट्ज क्रिस्टल रखें। -कभी भी बीम के नीचे बैठे या सोएं नहीं, इससे बिना वजह तनाव होने लगता है।