आंखों के लिए कुछ टिप्स!!

 



चलती रेल या बस में कांपती अथवा मद्धिम रोशनी में या लेटे हए न पढ़ें। इससे आंखों पर तनाव पड़ता है, क्योंकि वह रोशनी एक- सी नहीं रहती। बारीक अक्षरों वाली पुस्तक या पत्रिका भी न पढ़ें।


-रसोई या कारखानों वगैरह के धुंए से आंखों को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए आंखों को धुंए से बचाएं।


-चटकीली धूप और धूल भी आंखों में न पडने दें। डाक्टर को बताए बिना कोई काजल या सुरमा आंखों में न लगाए यदि लगाना ही हो तो अलग-अलग सलाई का प्रयोग करें।


-सूर्य की किरणें सीधी आंखों में न पड़ने दें। इससे आंखों की ज्योति को नुकसान पहुंच सकता है।


आंखों में कुछ गिर जाए तो आंखों को न मले, आंखों में पानी के छी टे दीजिए।


-अपनी आंखों को पोंछने के लिए किसी दूसरे का रूमाल या तौलिया इस्तेमाल न करें। आंख में. कोई गड़बड़ी होने पर उसकी उपेक्षा न कीजिए। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाइए।


-आंखों की समय-समय पर जांच करवाना आपके लिए हितकर है। आंखों में कोई भी खुरदरी या गंदी चीज नुकसान पहुंचा सकती है, इसलिए पेंसिल या भले ही आपकी अंगुली या रूमाल हो, उसे आंखों में न लगाएं।