"दलिया" केवल बीमारों के लिए ही नहीं है  


स्वास्थ्य के दृश्टिकोण से दलिया एक पौश्टिक आहार है। हालांकि अनेक लोग दलिया का नाम सुनकर अरूचि जताते हैं। आमतौर पर यह गलत धारणा प्रचलित है कि दलिया बीमार लोगों का आहार हैं वस्तुतः पोशक तत्वों की प्रचुर मात्रा और सुपाच्य होने से रोगियों को प्राथमिक तौर पर दिया जाता है।
नाश्ते में दूध के साथ दलिया (मीठे दलिया) का सेवन संपूर्ण आहार है। अधिकांश रोगों में विशेशकर रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने, दिल को सुचारू रूप से संचालित करने और शरीर के मेटाबॉलिज्म को स्वस्थ्य बनाए रखने में दलिया लाभप्रद है।
ऊर्जा का स्तर बढ़ाएं-
नाश्ते में एक कटोरी दलिया का रोजाना सेवन करना पूरे दिन के लिए आपको ऊर्जा से भरपूर रखता है। आप दलिया को विभिन्न तरीके से बना सकते हैं। नमकीन दलिया बनाने के लिए और इसमें पौश्टिक तत्वों को बढ़ाने के लिए आप सब्जियां जैसे टमाटर आदि मिला सकते हैं। ऐसा करने से आपका पाचन तंत्र बेहतर कार्य करता है और फाइबर से भरपूर होने के कारण पेट संबंधी समस्याओं का निराकरण हो जाता हैं।
दलिया पोषण की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। खासतौर से जब यह मिश्रित अनाज से बना हो। दलिया आपके लिए अनिवार्य पोशक तत्वों की पूर्ति करता है।
दलिया गेहूं को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़कर बनाया जाता है। इसमें उच्च मात्रा में प्राटीन, 
आयरन और फाइबर पाया जाता है।
डायबिटीज में लाभप्रद-
देश में इन दिनों गलत जीवनशैली से संबंधित रोड जैसे डायबिटीज के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। डायबिटीज के साथ जिन्दगी जी रहे लोगों के लिए दलिया बेहद लाभप्रद है। यह मैग्नीज का एक बेहतरीन स्रोत है, जो डायबिटीज को नियंत्रित रखने में सहायक है।
वजन कम करने में लाभप्रद-
वजन कम करने वालों के लिए दलिया रामबाण है। रात के खाने में सिर्फ दलिया का सेवन काफी लाभप्रद है। दलिया हाजमा भी दुरूस्त रखता है। फाइबर से भरपूर होने के कारण यह वजन कम करने में भी सहायक है।
हड्डियों को बनाए मजबूत-
बढ़ती उम्र के साथ-साथ हड्डियां कमजोर होने लगती हैं, उसी प्रकार बच्चों के विकास के लिए भी हड्डियों का मजबूत होना अत्यंत आवश्यक है। दलिया में कैल्शियम और मैग्नीशियम होता है जो हमारी हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है।
दूर करे हीमोग्लोबिन की कमी-
स्वयं के स्वास्थ्य के प्रति उदासीनता के कारण अधिकांश महिलाएं विशेषकर गर्भवती महिलाओं और नवप्रसूताओं में हीमोग्लोबिन की कमी अर्थात एनीमिया हो जाता है। अगर शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो गयी है, तो दलिया का सेवन आवश्यक है। दलिया में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है जो हीमोग्लोबिन की कमी को पूरा करता है।


संकलन-संजय कुमार गर्ग