यदि अचानक भूख लगने लगे, तो किस समय क्या खाएं!







भूख किसी भी समय लग सकती है। सवाल है गलत किस्म का फूड खाये बगैर आप अपनी भूख को किस तरह शांत करते हैं ? स्थिति उस समय अधिक विकट हो जाती है जब आपको डेडलाइन पर काम देना है, काम का बोझ बहुत अधिक है, ऐसे में अपनी जीवनशैली को व्यवस्थित करने के लिए वक्त निकालना हमेशा वरीयता नहीं बन पाता। लेकिन खानपान की आदतों में ज्यादा परिवर्तन करने से आपको बहुत अजीबोगरीब शेड्यूल का सामना करने में भी मदद मिलेगी। इस सिलसिले में हमने विशेषज्ञों से बातचीत की और उन्होंने हमें बताया कि सही समय पर सही चीज खाने का अर्थ है :


अचानक भूख लगने पर किस समय क्या खाएं-


सुबह 8 बजे : गर्म पानी में शहद और नींबू का रस


यह दादी मां का पुराना नुस्खा है, गर्म पानी में जब नींबू का अर्क और शहद मिला दिया जाता है, तो यह दिन की शुरूआत करने का सबसे अच्छा तरीका है। जिन लोगों को हाज्मे की परेशानी है उनके लिए यह मिश्रण लाजवाब है, खासकर बाउल मूवमेंट के लिए। शहद एनर्जी प्रदान करता है और नींबू टोक्सिन्स को शरीर से बाहर निकालता है। जिन लोगों को कॉमन कोल्ड की समस्या रहती है उनको यह मिश्रण खांसी व खराब गले को राहत पहुंचाने में मदद करता है। बेहतर यह है कि इसे खाली पेट पीयें, दांत साफ करने से भी पहले।


सुबह 9 बजे : रात के भीगे हुए दो आंवला और दो बादाम


जो काम बादाम दिमाग के लिए करता है वही आंवला सुन्दर बालों के लिए करता है, लेकिन सुबह के वक्त आंवला लेने से डायजेस्टिव जूस संतुलित होते हैं, एसिडिटी रूकती है और आंतें साफ होती हैं। आंवला विटामिन सी का सबसे अच्छा स्रोत है, यह शरीर की प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ाता है और कोल्ड व खांसी को दूर भगाता है। रात के भीगे हुए बादाम सुबह खाने पर कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। यह विटामिन ई का भी स्रोत है, जिससे ताकत बढ़ती है और रंग में निखार आता है। यह आवश्यक फैटी एसिड भी प्रदान करता है जो आपको व्यस्त दिन से पहले चार्ज करते हैं।


सुबह 11 बजे : छिलकों सहित दो फल


अधिकतर विशेषज्ञ कहते हैं कि नाश्ता जमकर करना चाहिए, लेकिन जब डब्बा पैक करना हो, मैट्रो पकड़नी हो तो क्या किया जाये? पैन मेक्स की जगह फल खाओ भाई! छिलकों सहित फल खाने पर सबसे अच्छी पौष्टिकता प्रदान होती है। फल छिलके में (खासकर सेव के) फल से अधिक पौष्टिकता होती है। फल एंटीऑक्सिडेंट्स और फाइबर के अच्छे स्रोत हैं और साथ ही सुबह की भूख को शांत करने के लिए भी।


दोपहर एक बजे : एक कप दही


अपने मनपसंद दोपहर के भोजन के बाद एक कप दही खाएं। दही या एक गिलास मट्ठा पाचन में मदद करता है, खासकर तपती गर्मियों में। अन्य मिल्क प्रोडक्ट्स फैट बढ़ाते हैं, लेकिन दही में आवश्यक बैक्टीरिया होते हैं जो आपके पेट के लिए अच्छे होते हैं। शाकाहारी विशेष रूप से दही खायें क्योंकि इससे उन्हें बिना मीट खाये एनिमल प्रोटीन प्राप्त हो जाते हैं।


शाम 4-6 बजे : मल्टीग्रेन ब्रेड और सूप/एनर्जी बार


पिज्जा या नमकीन पोटेटो चिप्स की जगह मल्टीग्रेन ब्रेड और सूप लें। इसमें फाइबर और ऊर्जा होती है और यह लाइट ब्रेड से स्वस्थ होता है। आप इसमें टमाटर, खीरा डाल सकते हैं या हॉट सूप में डिप कर सकते हैं। सूप सादा होना चाहिए और उसमें क्रीम . कोर्नलावर नहीं होना चाहिए। यह नहीं है तो सिर्फ एनर्जी बार लें, गर्म शुगरलैस टी के साथ।


रात 11 बजे : दूध का गिलास


डिनर के बाद दिन का अंत एक गिलास दूध से करें। इससे अच्छी नींद आती है। मजबूत दांतों और हड्डियों के लिए यह आपको आवश्यक कैल्सियम देता है। जो लोग डिनर जल्दी ले लेते हैं और फिर बाद में भूख लगती है उनके लिए बाद में दूध पीना और भी अच्छा है। इसमें आप केले या स्ट्राबेरी के कुछ टुकड़े मिला सकते हैं, लेकिन चाय या कॉफी से दूर रहें।