परेशाँ रात सारी है सितारों तुम तो सो जाओ... (कतील सिफाई)


परेशाँ रात सारी है सितारों तुम तो सो जाओ
सुकूत-ए-मर्ग तारी है सितारों तुम तो सो जाओ


हँसो और हँसते-हँसते डूबते जाओ ख़लाओं में
हमें ये रात भारी है सितारों तुम तो सो जाओ


तुम्हें क्या आज भी कोई अगर मिलने नहीं आया
ये बाजी हमने हारी है सितारों तुम तो सो जाओ


कहे जाते हो रो-रो के हमारा हाल दुनिया से
ये कैसी राजदारी है सितारों तुम तो सो जाओ


हमें तो आज की शब पौ फटे तक जागना होगा
यही किस्मत हमारी है सितारों तुम तो सो जाओ


हमें भी नींद आ जायेगी हम भी सो ही जायेंगे
अभी कुछ बेक़रारी है सितारों तुम तो सो जाओ