हर मर्ज की दवा नहीं इंटरनेट !

       


अपनी सेहत को दुरुस्त रखने के चक्कर में आजकल लोग इंटरनेट पर उपलब्ध ज्ञान का भी खूब सहारा ले रहे हैं। दुनिया की कोई भी बीमारी हो, सब के बारे में जानकारी से अंतरजाल अटा पड़ा है। हर बीमारी के बारे में तमाम तरह की जानकारी के साथ ही उसके उपचार की दृष्टि से भी जानकारियां मौजूद हैं। लेकिन अपनी बीमारियों का इलाज इंटरनेट पर तलाशने वालों को हमारी नेक सलाह है कि वे इलाज के मामले में इंटरनेट की बजाय अपने चिकित्सक पर ही भरोसा करें तो बेहतर होगा। वरना कहीं नीम हकीम खतरा-ए-जान वाला हाल न हो।
बड़े धोखे हैं इस राह में इसमें शक नहीं कि इंटरनेट की मदद से आप अपने से जुड़ी किसी भी बीमारी के लक्षणों से उसे पहचानने और तमाम तरह की संबंधित सावधानियां बरतने में कामयाब हो सकते हैं, लेकिन देखने में यह आ रहा है कि उन तमाम बीमारियों में लोग नेट का सहारा ज्यादा ले रहे हैं जिनके बारे में वे चिकित्सकों तक से सलाह लेने में अकसर संकोच करते हैं। मसलन सेक्स रोगों से जुड़े निजी प्रश्न, वैवाहिक सुख, संतान पाने की इच्छापूर्ति आदि में वे साइबर खोज से हल प्राप्त करना चाहते हैं और कम से कम इस तरह के मामलों में इंटरनेट पर मिलने वाली जानकारी कोई बहुत अधिक विश्वसनीय नहीं होती। कुछ ऐसी भी साइट हैं जो आम बीमारियों की खास दवाएं भी आपको बेचने पर आमादा हैं। इसके लिए बढ़ा-चढ़ा कर वे उसकी खूबियां भी आपको गिनवाती हैं। पर इनका भरोसा करना नए खतरों को दावत देना या बेवजह धन गंवाना भी हो सकता हैं।
दरअसल, इंटरनेट पर एक ही रोग को लेकर इतनी तरह के सुझाव और उपचार बताए गए हैं कि रोग निदान की बजाय भ्रम ही बढ़ता है। आम तौर पर सेहत से जुड़े मामलों में किसी भी रोग का नाम लिखते ही उससे जुड़े तमाम पहलुओं पर जानकारियों का खजाना ही खुलता चला जाता है। लेकिन इस बारे में अनुभवी चिकित्सकों का मशविरा यही है कि हर व्यक्ति में किसी भी रोग का सही उपचार करने के लिए अलग तरह से रोग को समझना और उसका उपचार करना होता है, जो सबके लिए बिल्कुल एक जैसा तो कभी भी नहीं हो सकता। फिर चाहे अनचाहे गर्भ से छुटकारा पाना हो या मर्दाना कमजोरी, हर मामले में किसी रोगी के शरीर का विस्तृत ब्योरा नेट पर नहीं जा सकता। हां, किसी रोग से जुड़ी पर्याप्त जानकारी होने से रोगी चिकित्सक के उपचार में जरूर मददगार साबित हो सकता है।
डॉक्टर से भी बात करें- 
रोगी अपने मन उपजे संदेह दूर करने में जरूर नेट की मदद ले सकते हैं। इसी तरह नेट से प्राप्त किसी रोग से जुड़ी जानकारी को लेकर उपजे संदेह को भी उन्हें चिकित्सकों से बात करके दूर कर लेना चाहिए। जितनी ज्यादा विभिन्न रोगों से जुड़ी जानकारी नेट पर मौजूद है, उतनी ही यह फायदेमंद तभी साबित हो सकती है जब इसे लेकर मन में उपजी तमाम शंकाओं पर अपने चिकित्सक से भी समाधान तलाशे जाएं।
आजकल बहुत सी ऐसी साइटें हैं जिन पर आप अपने रोग से जुड़े सवाल और उनके समाधान पा सकते हैं। कई बड़े अस्पतालों के बड़े डॉक्टर अपने ब्लॉग पर भी रोगियों को मुफ्त में बेहतर सलाह देने लगे हैं। खासकर फिटनेस से जुड़े मामलों में तो नेट पर जानकारी लेना काफी लोकप्रिय हुआ है।
डॉक्टर समीर पारिख हों या डॉक्टर राहुल वर्गीज हमारे यहां नेट पर भी रोगियों का भला कर रहे हैं। वैसे दुनियाभर में ऑनलाइन उपलब्ध डॉक्टरों की लंबी कतार है, जो नेट सेवियों में सेहत सुधार कार्यक्रम निरंतर चला-बढ़ा रही है। ऑनलाइन डॉक्टरों के अलावा ऐसी हजारों साइटें और जुड़ी पत्रिकाएं हैं जिनके नेट संस्करण पर अपने तमाम रोगों से संबंधित सवाल आप चैबीसों घंटे पूछ सकते हैं।