हाइड्रोजन क्या हैं, इसका प्रयोग कहाँ होता हैं??


हाइड्रोजन एक अति ज्वलनशील पदार्थ है जो ब्रह्मांड में भारी मात्रा में पाया जाता है। दरअसल समूचे ब्रह्मांड में 75 प्रतिशत हाइड्रोजन हैँ. इसके साथ ही यह अनेक तरह के यौगिकों में भी मिलता है, विशेषकर वह जो जैविक तत्वों से बने हैं। हाइड्रोजन का अणु क्रमांक एक और इसे आवर्त सारिणी में अंग्रेजी शब्द 'एच' से इंगित किया जाता है। यह अपने आप में संपूर्ण तत्व भी हैं, जिसे किसी अन्य तत्व के सहारे की जरूरत नहीं।


हाइड्रोजन का इस्तेमाल औद्योगिक कार्यों में, खासकर पेट्रोलियम उत्पादों की साफ-सफाई के कार्यों में किया जाता हैं । हाइड्रोजन की खोज का पहला प्रयास 1400 ईसवी के आस-पास उस समय किया गया था जब प्रयोगकर्ताओं ने ज्वलनशील गैस बनाने के लिए एसिड और अन्य तत्वों को आपस में मिलाया था। 1671 में रॉबर्ट बॉयल ने इस क्रिया को सविस्तार समझाया था, लेकिन 1766 में हेनरी कैवेंडिश ने ही जाकर ही हाइड्रोजन को विधिवत एक तत्व के तौर पर स्थापित किया था।


1783 में आंतोन लेवोसियेर इस नए तत्व को 'हाइड्रोजन' का नाम देने की सलाह रखी। उन्होंने इसे यूनानी भाषा के शब्द हाइड्रोज़ और जीन्स पर रखने को कहा था, जिनका मतलब क्रमशः 'पानी' और 'जन्म या निर्माण' होता है। लेवोसियर ने पाया कि जब हाइड्रोजन जलती है तो यह अपने बाय-प्रोडक्ट के रूप में पानी का निर्माण करती है। ऐसा वायु पानी के निर्माण तत्वों के कारण होती है जो कि हाइड्रोजन और ऑक्सीजन हैं। इस लिहाज से यह तत्व पानी को जन्म देता है। इसके बाद हाइड्रोजन की एक तत्व के रूप में पहचान बनने के बाद इसे कई प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त करने का प्रयास शुरू हो गया।


हाइड्रोजन का इस्तेमाल गुब्बारों में किया जाता है क्योंकि यह बहुत हल्की गैस है, लेकिन इसकी ज्वलनशील प्रकृति के कारण हीलियम को इसकी बजाय अधिक सुरक्षित विकल्प समझा गया है। इसकी क्रियाशील प्रकृति के कारण कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं।