आस्टियों आर्थराइटिस के कारण घुटनों के दर्द से जूझ रहे लोगों में अवसाद की शिकायत हो सकती है। इस बीमारी में जोडों की लचीली हड्डियां या तो टूट जाती हैं या अपनी जगह से खिसक जाती है। इस कारण से लोग घुटना आसानी से मोड़ नहीं पाते और जूते पहनने व वाहनों से उतरने में काफी दिक्कत आती है। सोते समय उनका दर्द और बढ़ जाता है। जापान के शोधकर्ताओं का कहना है कि 40 साल से अधिक उम्र के ज्यादातर लोग इस बीमारी का शिकार हो जाते हैं।
आॅस्टियोआर्थराइटिस और अवसाद में संबंध का पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने 65 साल से अधिक के करीब 573 बुजुर्गो पर अध्ययन किया। अध्ययन की शुरूआत के वक्त किसी भी प्रतिभागी में अवसाद के लक्षण नहीं देखे गए थे। दो साल बाद दोबारा उनसे दर्द और अवसाद के लक्षणों को लेकर और सवाल पूछे गए। जवाबों के विश्लेषण में वैज्ञानिकों ने पाया कि करीब 12 फीसद प्रगतिभागियों में अवसाद के लक्षण विकसित हो गए थे।