बुजुर्गो का सहारा बन रही है "सवेरा एप"


हापुड़। (निस) प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशों पर जनपद पुलिस ने बुजुर्गों को सुरक्षा मुहैया करने के लिए सवेरा योजना की शुरुआत की थी। 15 दिनों के अंदर दो हजार बुजुर्गों ने यूपी कॉप एप पर अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया है। थाना पुलिस से लेकर बीट कांस्टेबल भी बुजुर्गों का ब्योरा जुटाने में लगे हैं। अपर पुलिस अधीक्षक सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि विभाग के उच्च - अधिकारियों से दिशा निर्देशों पर जनपद में सवेरा योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना को सफल बनाने के लिए पुलिसकमी बुजुर्गों के साथ बैठक कर उन्हें यूपी काप पर जानकारी अपलोड के तरीके व योजना के फायदों के बारे में जानकारी दे रहे हैं। पिछले पंद्रह दिनों में पुलिस ने दो हजार से अधिक बुजुर्गों का ब्योरा एप पर अपलोड किया है। थाना स्तर पर बुजुर्गों की सुविधा के लिए अलग से टीमें बनाई गई है। प्रत्येक टीम थाने पर आने वाले बुजुर्गों का रजिस्ट्रेशन यूपी कॉप एप पर करा रहे हैं.
उन्होंने बताया कि यूपी कॉप एप पर रजिस्ट्रेशन के लिए बुजुर्ग को इसमें अपना ब्योरा देना होता है। ब्योरे में उनका नाम, पता, मोबाइल नंबर लिया जायेगा। इतना ही नहीं बुजुर्गों के घरों की लोकेशन का भी समावेश एप में होगा। एप के माध्यम से बुजुर्गों का पूरा ब्योरा डायल 112 के पास 
मौजूद रहेगा। जरूरत पड़ने पर पुलिस को शिकायतकर्ता बुजुर्ग के मकान को आसानी से ढूंढने के साथ मदद मुहैया करा सकेगी। ऐसे हो रहा यूपी कॉप एप पर रजिष्ट्रेशन-
बुजुर्ग अपने एंड्रायड मोबाईल फोन में गूगल प्ले स्टोर में जाकर यूपी कॉप एप डाउनलोड कर लें। एप को खोलने के लिए सीनियर सिटीजन रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करें। इसके बाद अपना नाम, मोबाइल नंबर ई-मेल आईडी की जानकारी अंकित करें। इसके अलावा बुजुर्ग डॉयल 112 पर कॉल कर अपना रजिस्ट्रेशन एप पर करा सकते हैं।
एप पर रजिस्ट्रेशन होने के बाद अगर कोई भी बुजुर्ग किसी मुसीबत में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से पुलिस को कॉल करते हैं तो पीड़ित बुजुर्ग उनकी जानकारी डायल 112 के कंट्रोल रूम की स्क्रीन पर आ जायेगी।
घर पहुंचकर हाल जानेगी पुलिस-
एप में बुजुर्गो का रजिस्ट्रेशन होने के बाद डाटा बीट कांस्टेबलों के पास भी मौजूद रहेगा। बीट कांस्टेबल प्रत्येक माह में एक बार बुजुर्गो को होने वाली शिकायतों पा बीट कांस्टेबल कानूनी मदद दिलाकर निस्तारण करेगा। अगर बुजुर्ग को परिवार के सदस्य से परेशानी है तो दोनों पक्षों को एसडीएम और सीओ के यहां निस्तारण के लिए ले जाया जाएगा।